दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिल गई है. ये जमानत ईडी केस में मिली है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले आप खुश है. दूसरी तरफ, राउज एवेन्यू कोर्ट ने सीबीआई के मामले में उनकी न्यायिक हिरासत 25 जुलाई तक के लिए बढ़ा दी है. लिहाजा, केजरीवाल जेल से बाहर नहीं आ सकते हैं. आबकारी नीति मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट केजरीवाल के खिलाफ ईडी और सीबीआई दोनों मामलों में 25 जुलाई को सुनवाई करेगी.
सीएम केजरीवाल को अंतरिम जमानत देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने अपने लिखित फैसले में कहा है कि उन्हें 50 हजार रुपये का जमानत बांड देना होगा. इस दौरान वो मुख्यमंत्री कार्यालय और दिल्ली सचिवालय का दौरा नहीं करेंगे. साथ ही आधिकारिक फाइलों पर तब तक हस्ताक्षर नहीं करेंगे, जब तक कि यह आवश्यक न हो और दिल्ली के उपराज्यपाल की मंजूरी या अनुमोदन प्राप्त करने के लिए आवश्यक न हो.
केजरीवाल अपनी भूमिका के संबंध में कोई टिप्पणी नहीं करेंगे
जमानत की शर्त के मुताबिक, केजरीवाल इस केस में अपनी भूमिका के संबंध में कोई टिप्पणी नहीं करेंगे. साथ ही किसी भी गवाह के साथ बातचीत नहीं करेंगे. अंतरिम जमानत को बड़ी बेंच द्वारा बढ़ाया या उसे वापस भी लिया जा सकता है. केजरीवाल एक निर्वाचित नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं, एक महत्व और प्रभाव रखने वाला पद है.
कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि आज की टिप्पणियां केजरीवाल की वर्तमान अपील पर निर्णय लेने के लिए हैं. इन टिप्पणियों का असर दिल्ली हाईकोर्ट में लंबित नियमित जमानत के मामले पर नहीं पड़ेगा. ईडी को केजरीवाल पर लगाए गए आरोपों को कोर्ट के समक्ष साबित करना होगा.
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम रजिस्ट्री को निर्देश देते हैं कि बड़ी बेंच के लिए तय किए गए प्रश्रों पर विचार के लिए एक उचित पीठ और यदि उपयुक्त हो तो एक संविधान पीठ के गठन के लिए मामले को CJI के समक्ष रखें.
सत्य की जीत, बीजेपी की साजिशों की हार
आम आदमी पार्टी ने आबकारी नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केजरीवाल को अंतरिम जमानत देने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश को ‘सत्य की जीत’ करार दिया. साथ ही कहा कि ये बीजेपी की साजिश की हार है. वहीं, बीजेपी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश आम आदमी पार्टी की जीत नहीं है. आदलत ने केजरीवाल के दोषी होने को लेकर मुहर लगा दी है.
उधर, आम आदमी पार्टी नेता आतिशी ने कहा कि राउज एवेन्यू कोर्ट और सु्प्रीम कोर्ट के फैसले साबित करते हैं कि केजरीवाल की गिरफ्तारी और पार्टी नेताओं और मंत्रियों को प्रताड़ित करना बीजेपी द्वारा रची गई साजिश है. बीजेपी ने बिना किसी सबूत के सीएम को झूठे मामले में जेल में डाल दिया है.